यदि लेते हैं सनबाथ तो यह भी जान लीजिये

 यदि लेते हैं सनबाथ तो यह भी जान लीजिये -

नमस्कार दोस्तों, मैं हूं पुलकित उपाध्याय और आपका स्वागत करता हूं अपने पेज kingdom news 001 में । दोस्तों यदि आप भी सनबाथ लेते हैं तो यह आर्टिकल आपकी आंँखें खोल देगा । सनबाथ के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानने के लिये इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढें । आइये आपको बतातें है - 
                    

सनबाथ क्या है -

आप तो जानतें ही होंगे कि सूर्य की रोशनी हमारे लिये कितनी उपयोगी और लाभदायक है । दोस्तों सनबाथ का सीधा अर्थ यह है कि सूर्य की रोशनी को अपने शरीर के सभी अंगों तक पहुचाना । यदि हम इसके शाब्दिक अर्थ की बात करें तो इसका शाब्दिक अर्थ होता है धूप स्नान । अधिकतर लोग आपको समुद्र के किनारे सनबाथ लेते नजर आ जाऐंगे । इसका सर्वाधिक चलन विदेशों में है। परंतु कुछ लोग इसे सेहत के लिये लेते हैं तो वहीं कुछ लोग इसे अपने शौक और मजे के लिये लेते है । आइये इसके बारे में कुछ और जानतें है । 

क्यों लेते हैं सनबाथ - 

अक्सर लोग अपने शरीर को ताम्रवर्णी बनाने के लिये करते हैं । हम सभी जानतें है कि सूर्य की किरणें विटामिन D का अच्छा स्त्रोत है इसलिये जिन लोगों को विटामिन डी की कमी होती है उन्हे चिकित्सक सनबाथ लेने की सलाह देते हैं । सनबाथ किसी दवाई या टैबलेट से अच्छा तरीका है अपने रीर को विटामिन डी प्रदान करने का । परंतु लोग सनबाथ अधिकतर रीर को उर्जावान बनाने हेतु लेते हैं। असल मे सनबाथ एक मेडीटेन है यानि साधना। क्योंकि जिस प्रकार साधना से रीर नइ उर्जा का अनुभव करता है ठीक उसी प्रकार सनबाथ के बाद व्यक्ति का रीर अपने अंदर एक नई उर्जा का अनुभव करता है। और उसका पूरा दिन सफल और अच्छा जाता है।

वैज्ञानिक तथ्य - 

क्या आप जानते हैं, वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के अनुसार सनबाथ लेने वाले व्यक्तियों की हड्डीयां काफी मजबूत होती हैं क्योंकि सुर्य का प्रकार कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत है। चिकित्सकों के अनुसार सनबाथ लेने का मुख्य उद्देष्य सूर्य प्रका को रीढ की हड्डी तक पहुंचाना होता है इसका कारण यह है कि रीर की मुख्य रीढ मजबूत होगी तो पुरा ढांचा भी मजबूत होगा। सूर्य के प्रका से जो उर्जा पेड. पौधे ग्रहण करते है उतनी ही उर्जा सूर्य से ग्रहण किया जाना मुश्कि है। डॉक्टरों के अनुसार इसका सही समय सुबह जब सूर्य पूरी तरह उदित हो जाए तब हमे सनबाथ लेना चाहिये खासकर सर्दियों में। इसका कारण यह है कि सर्दियों में सूर्य का प्रका काफी धीमा होता है। इससे आप अपने आप को अधिक उर्जावान महसूस करते हैं और आपका पूरा दिन अच्छा जाता है। मष्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पङता है जिससे हम सकारात्मक दिशा में सोंच पाते हैं।
         
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सनबाथ के फायदे - 

इसका सबसे बङा फायदा यह है कि आपके रीर में जो भी विषैले जीवाणु आ जाते हैं वे सनबाथ के समय इतने समय तक सूर्य की प्रकार की तपन को सहन नहीं कर पाते और नष्ट हो जाते हैं जिससे आपको बिमारी होने का खतरा कम हो जाता है और आप एक निरोगी जीवन जी पाते हैं। जैसा कि हमने पहले भी बताया कि सनबाथ से हड्डीयां मजबूत होती है जिससे बढती उम्र के साथ आपको अर्थराईटिस, बदन दर्द आदि समस्या से मुक्ति मिलती है। आपको सनबाथ लेने से चर्मरोग होने के चान्स 65 प्रतिशत तक कम हो जाते हैं। आपके चेहरे पर अधिक तेज आ जाता है जिससे आपके मन में आत्मविष्वास पूरे दिन रहता है। रीर का प्रत्येक अंग ऊर्जावान रहता है और आपका मष्तिष्क सरलता से कार्य करता है ओर आप डी- मोटिवेट नही होते हैं। 

मसाज से फायदा ज्यादा -

हम जानतें हैं कि मसाज रीर के अंगों को आराम और ऊर्जा देने के लिये किया जाता है ऐसे में यदि आप मसाज करके सनबाथ लेंगे तो आपको दुगुना फायदा मिलेगा। आप अधिक देर तक ऊर्जावान रहेंगे। साथ ही साथ आपकी थकान भी स्वतः दूर हो जाएगी। अब सवाल ये आता है कि हम रोज - रोज तो मसाज सेंटर जा नहीं सकते। यदि हम रोज मसाज सेंटर नहीं जा सकते तो ऐसे में बाजार में कई प्रकार के क्रीम उपलब्ध है। उन्हे लगाकर आप सनबाथ ले सकते है। आपका इससे समय और पैसा दोनो बचेंगे, जिन्हे आप अपने दूसरे आवष्यक कार्यां में लगा सकते हैं। इसलिये सनबाथ का अधिक फयदा उठाने के लिये सनबाथ लेनें से पहले मसाज या क्रीमिंग जरूर करें। और आंख को ढक लें या सनग्लास पहन लें । क्योंकि इससे आपकी आंखों पर असर आता है।
     
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कुछ नुकसान - 

 जैसा की आप जानते हैं कि हर सिक्के के दो पहलूं होते हैं उसी प्रकार इस सिक्के के भी दो पहलू है हमने आपको सनबाथ के फायदे बताए अब नुकसान भी सुन लीजिऐ। 
वास्तव में इसके नुकसान कुछ भी नहीं है परंतु कहते हैं ना कि “अति सर्वत्र वर्जते“ । ज्यादा समय तक सनबाथ लेने से सूर्य का प्रका रीर को ज्यादा प्रभावित करता है। एक ही स्थिति में ज्यादा समय तक सनबाथ लेने से व्यक्ति अपनी त्वचा पर एक जलन का अनुभव करता है जिससे रीर पर बुरा प्रभाव पङता है। हमारी त्वचा की उपरी पर्त बहुत पतली होती है ज्यादा सनबाथ लेने से व्यक्ति इस पतली झिल्ली के जलने का अनुभव करता है इस कारण इससे हमें फायदे के विपरीत नुकसान हो जाता है और हम डीमोटिवेट हो जाते हैं। हम जानते हैं कि हमारी त्वचा अत्याधिक सेंसिटिव होती है और इससे हमे नुकसान होता है। इसका निदान करने के लिये हमे एक नियमानुसार कुछ नियमों का पालन करते हुए सनबाथ लेना चाहिये। आइये आपको इसके नियम बताते हैं।

कुछ बातें ध्यान रखें 

1 सनबाथ हमेशा हल्की धूप में लेना चाहिये।
2 ज्यादा ठण्डे और खुले स्थान पर सनबाथ न लें।
3 जब तक पूरी धूप न निकले , सनबाथ न लें। 
4 अधिक से अधिक प्रका अपनी रीढ की हड्डी पर आने दें। 
5 ज्यादा देर सनबाथ /धूप स्नान न करें।
6 सनबाथ लेते समय आँखों को ढक लें।
7 सनबाथ से पहले मसाज या क्रीमिंग जरूर करें।
8 एक बार चिकित्सक की सलाह जरूर लें।

दोस्तों आशा है आपको जानकारी पसंद आई होगी। हमारी पोस्ट पढने के लिये धन्यवाद। 
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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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